Tag: Nature
Science cannot solve the ultimate mystery of nature. And that is because, in the last analysis, we ourselves are part of nature and therefore a part of the mystery that we are trying to solve.
Max Plank
“Nature is busy creating absolutely unique individuals, whereas culture has invented a single mold to which all must conform. It is grotesque. ”
― U. G. Krishnamurti
Yeh Kaun Chitrakaar Hai
Movie: Boond Jo Ban Gayi Moti
Singer(s): Mukesh
Lyricist: Bharat Vyas
हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन
कि जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा पवन
दिशाएं देखो रंग भरी चमक रहीं उमंग भरी
ये किसने फूल फूल पे किया श्रृंगार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
तपस्वियों सी हैं अटल ये पर्वतों की चोटियां
ये सर्प सी घुमेरदार घेरदार घाटियां
ध्वजा से ये खड़े हुए हैं वृक्ष देवदार के
गलीचे ये गुलाब के बगीचे ये बहार के
ये किस कवि की कल्पना का चमत्कार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
कुदरत की इस पवित्रता को तुम निहार लो
इसके गुणों को अपने मन में तुम उतार लो
चमका लो आज लालिमा अपने ललाट की
कण कण से झांकती तुम्हें छवि विराट की
अपनी तो आँख एक है उसकी हजार है
ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार